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आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे

बिहार की सड़कों का हाल अक्सर चर्चा में रहता है, लेकिन अब तस्वीर बदलने वाली है। आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे (AMAS–Darbhanga Expressway) बिहार का पहला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट है। इसे भारतमाला परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। इस सड़क का सबसे बड़ा मकसद है – बिहार के दक्षिण और उत्तर हिस्सों को जोड़ना और लोगों की यात्रा को तेज़ व सुरक्षित बनाना।

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AI Image

मार्ग

यह एक्सप्रेसवे औरंगाबाद जिले के आमस से शुरू होगा और दरभंगा जिले के नवादा गांव तक पहुंचेगा। इसके बीच में अरवल, जहानाबाद, पटना, वैशाली और समस्तीपुर जैसे जिले जुड़ेंगे। कुल मिलाकर 7 जिलों को इससे फायदा होगा | इस एक्सप्रेसवे के जरिए पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट से भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। साथ ही बोधगया, राजगीर और वैशाली जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल तक पहुंचना आसान होगा |

लंबाई और लागत

कुल लंबाई: लगभग 189 किलोमीटर
लागत: करीब ₹5,000–6,000 करोड़
लेन: फिलहाल 4 लेन, जिसे भविष्य में 6 लेन तक बढ़ाया जा सकता है
निर्माण एजेंसी: राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण

निर्माण की स्थिति

भूमि अधिग्रहण का काम 2020 से चल रहा है और ज़्यादातर जगहों पर अधिग्रहण पूरा भी हो गया है। काम को 5 पैकेजों में बांटा गया है और कई बड़ी कंपनियों (जैसे मेघा इंजीनियरिंग) ने निर्माण की जिम्मेदारी ली है। पहले इसे जुलाई 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन अब दिसंबर 2025 तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। सरकार लगातार ठेकेदारों पर दबाव बना रही है ताकि काम में तेजी आए।

फायदे

आमस से दरभंगा की दूरी अब सिर्फ 2–3 घंटे में तय होगी, अभी 5–6 घंटे लगते हैं।
तेज़ और सुगम सफर से पेट्रोल-डीजल की खपत कम होगी।
किसान अपने उत्पाद बड़े शहरों तक जल्दी पहुंचा पाएंगे।
बोधगया, राजगीर और वैशाली जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंच आसान होगी।
एक्सप्रेसवे के किनारे नए उद्योग, होटल और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट विकसित होंगे।

चुनौतियां

भूमि अधिग्रहण से जुड़े विवाद
ठेकेदारों की धीमी कार्य गति
समय पर काम पूरा न होना
इन चुनौतियों को हल किए बिना प्रोजेक्ट की रफ्तार पकड़ना मुश्किल होगा।

निष्कर्ष

आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे बिहार के विकास की बड़ी परियोजना है। यह न सिर्फ लोगों के लिए तेज़ और आरामदायक सफर का रास्ता खोलेगा, बल्कि पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगा। अगर यह समय पर पूरा हो गया तो बिहार की तस्वीर बदलने में बड़ी भूमिका निभाएगा।

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